PNB बैंक ने महंगा किया कर्ज, MCLR में की 0.05% की बढ़ोतरी…नई दरें हुई लागू

पंजाब नेशनल बैंक (PNB) ने अगस्त से अपनी सीमांत निधि लागत आधारित लोन दरमें 0.05 प्रतिशत की वृद्धि की है, जिससे उपभोक्ता लोन महंगे हो गए हैं। नई MCLR दरें 8.30% से 9.20% तक होंगी। इस वृद्धि का असर होम, ऑटो, और पर्सनल लोन की EMI पर पड़ेगा, जिससे उधारकर्ताओं की मासिक किश्तें बढ़ जाएंगी।

Photo of author

Written by Praveen Singh

verified (1)

Published on

PNB बैंक ने महंगा किया कर्ज, MCLR में की 0.05% की बढ़ोतरी...नई दरें हुई लागू
PNB Bank made loans expensive

PNB बैंक ने हाल ही में अगस्त के पहले दिन अपने ग्राहकों के लिए बड़ा बदलाव किया है। बैंक ने अपनी सभी अवधियों के लिए मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड्स बेस्ड लेंडिंग रेट (MCLR) में 5 बेसिस पॉइंट्स की वृद्धि की है, जिससे अधिकतर उपभोक्ता लोन महंगे हो गए हैं।

MCLR क्या है?

MCLR भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा अप्रैल 2016 में शुरू की गई एक स्कीम है, जिसका उपयोग कमर्शियल बैंकों द्वारा लोन की ब्याज दर तय करने के लिए किया जाता है। यह स्कीम पुराने बेस रेट सिस्टम को रिप्लेस्ड करती है और ब्याज दरों को अधिक पारदर्शी बनाती है। MCLR की गणना धनराशि की सीमांत लागत, आवधिक प्रीमियम, संचालन खर्च और नकदी भंडार अनुपात (CRR) को बनाए रखने की लागत के आधार पर की जाती है।

ब्याज दर वृद्धि का प्रभाव

विभिन्न अवधियों के लिए नई MCLR इस प्रकार हैं:

अवधिपूर्व MCLRनई MCLR
एक दिन8.25%8.30%
एक महीना8.30%8.35%
तीन महीने8.50%8.55%
छह महीने8.85%8.90%
एक साल8.85%8.90%
तीन साल9.15%9.20%

इस वृद्धि से विभिन्न लोन जैसे होम लोन, ऑटो लोन और पर्सनल लोन की EMI (Equated Monthly Installment) बढ़ जाएगी। उदाहरण के लिए, यदि आपका होम लोन एक साल की MCLR से जुड़ा है, तो आपकी ब्याज दर अब 8.85% से बढ़कर 8.90% हो जाएगी, जिससे आपकी EMI में थोड़ी वृद्धि होगी।

Loan Newsपड़ोसी ने किया लोन डिफॉल्‍ट तो आपको नहीं मिलेगा लोन! संसद में उठा मुद्दा, वित्‍तमंत्री ने दिया ये जवाब

पड़ोसी ने किया लोन डिफॉल्‍ट तो आपको नहीं मिलेगा लोन! संसद में उठा मुद्दा, वित्‍तमंत्री ने दिया ये जवाब

अन्य बैंकों के साथ तुलना

यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि PNB ही एकमात्र बैंक नहीं है जिसने अपनी ब्याज दरें बढ़ाई हैं। बैंक ऑफ इंडिया (BOI) ने भी अपनी एक साल की MCLR में 0.05 प्रतिशत की वृद्धि कर इसे 8.95% कर दिया है।

यह क्यों महत्वपूर्ण है

MCLR में वृद्धि का मतलब है कि बैंकों के लिए धन की कीमत बढ़ गई है। जब बैंक अपनी MCLR बढ़ाते हैं, तो उधार लेने की कीमत भी बढ़ जाती है, जिससे उपभोक्ता खर्च और उधार लेने के व्यवहार पर प्रभाव पड़ता है। यह मौजूदा उधारकर्ताओं, विशेषकर उन लोगों के लिए महत्वपूर्ण है जिनके पास फ्लोटिंग रेट लोन हैं, क्योंकि उनकी लोन रिपेमेंट महंगी हो जाएगी।

Loan Newsबैंकों से दूर भाग रहे ग्राहक, रोकने के लिए RBI ने बताया अपना सॉलिड प्लान, देखें पूरी खबर

बैंकों से दूर भाग रहे ग्राहक, रोकने के लिए RBI ने बताया अपना सॉलिड प्लान, देखें पूरी खबर

Leave a Comment